आरती राम जी की || Arati Ram Ji Ki || Arati Ramayan Ji Ki
Arati Ram Ji Ki || आरती राम जी की || || राम जी का दूसरा आरती || आरती अवध बिहारी की, दयामयी जनकदुलारी की।। सिंहासन सोहे युगल सरकार, परस्पर हँसी हेरत हर बार, मधुर कछु बोल लेत मन मोल, ललित छवि प्रीतम प्यारी की, दयामयी जनकदुलारी की, आरतीं अवध बिहारीं की, दयामयी जनकदुलारी की।। अलोकत … Read more