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दोस्तो आप सभी की सहोलियत के लिए हमारे टीम ने नीचे शिव चालीसा और शिव आरती इमेज के रूप में संगृहीत कर दिए है l 

शिव चालीसा और शिव आरती संग्रह

शिव चालीसा कब पढ़े

दोस्तो शिव चालीसा Shiv chalisa कभी भी पढ़ा जा सकता है लेकिन सोमवार, तेरस तिथि, चौदस, और शिवरात्रि, तथा साम के बाद प्रदोष काल में पढ़ना अत्यंत हितकर और कल्याणकारी होता है। इस समय पढ़ने से सारे मनोकामना पूर्ण होते है। और साधक धीरे धीरे शिवतुल्य स्वयं हो जाता है। कोई संकट या विशेष मनोकामना हो तो शुक्ल पक्ष की सोमवार या तेरस तिथि को शिव चालीसा पाठ सुरु करे।

शिव चालीसा पढ़ते समय क्या सावधानी रखे

शिव चालीसा Shiv chalisa पढ़ते समय आपको इतना जरूर ध्यान रखना है की आपके पैर जमीन पर स्पर्श न हो रहा हो वर्ना सारे शिव चालीसा का फल धरती माता ग्रहण कर लेंगे, कोई भी चालीसा पढ़ते हो उसमे इतना अवश्य ध्यान रखे पैर धरती से स्पर्श न हो।

शिव चालीसा पढ़ने के फायदे

शिव चालीसा Shiv chalisa पढ़ने के अनेक फायदे है लेकीन इस पोस्ट में मैं आपलोगो को 5 फायदे बता रहा हु जो प्रत्येक साधक को अनुभव अवश्य होता है।

1. शिव चालीसा Shiv chalisa प्रतिदिन पढ़ने से मनुष्य की वाक सिद्ध हो जाती है। वह जो शब्द बोले वह शिव कृपा से सच होने लगते है।

2. शिव चालीसा Shiv chalisa पढ़ने से स्वयं भोलेनाथ जी ऊर्जा रूप में हमेशा साथ में रहने लगाते है इसलिए कई साधक को सपने में नागदेवता, नंदी, तालाब, शिवलिंग तथा त्रिशूल दिखाई देने लगते है।

3. शिव चालीसा Shiv chalisa पढ़ने से व्यक्ति निरोग रहता है तथा दीर्घायु की प्राप्ति होता है।

4. शिव चालीसा Shiv chalisa जो व्यक्ति पढ़ता है उसे कभी अकाल दुर्घटना नही होता, अगर कोई कुंडली में मृत्युकारक योग हो वो भी टल जाते है।

5. शिव चालीसा Shiv chalisa संकल्प लेकर 21 या 41 दिन पढ़ने से गरीबी, कंगाली मिटती है तथा स्थाई लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। घर में सुख शांति का वाश हो जाता है।

शिव चालीसा पढ़ने के बाद क्या करे

शिव चालीसा Shiv chalisa पढ़ने के बाद गाय या बैल को रोटी या हरा चारा खिलाते हो तो शिव चालीसा पाठ का फल हजार गुना बड़ जाते है, क्युकी गौमाता पर शिव बसते है तथा बैल जिसे नंदी बोलते है वह भोलेनाथ के स्वयं आत्म स्वरूप है। इसलिए शिव पूजा के बाद गाय को रोटी तथा बैल को हरी घास अवश्य खिलाओ। अगर पास में कुछ नही तो गुड़ चने भी खिलाया जा सकता है।

शिव चालीसा पढ़ते है तो क्या रात में रति क्रिया कर सकते है

अगर संकल्प लेकर अपने शिव चालीसा सुरु नही किए हो, और नित्य शिव चालीसा Shiv chalisa पढ़ते हो, या कभी कभी प्रभु शिव को प्रधान करें के लिए चालीसा पढ़ते हो तो आप रात में रतिक्रिया कर सकते हो लेकिन संकल्प लिए हो तो नही। शिव जी पारिवारिक देव है, इसलिए गृहस्ती वालो के लिए कोई पाप नहीं है ऐसा करना।

शिव चालीसा पढ़ने से घर में क्या होता है

शिव चालीसा Shiv chalisa पढ़ने से घर में ऊर्जा का संचार होने लगता है, शुक्षम रूप में शिवगण आ जाते है, शिव पार्वती ऊर्जा रूप में आकर आपके दिए भोग को ग्रहण करते है इसलिए शिव चालीसा Shiv chalisa पढ़ने से घर से गृह कलेश, लड़ाई झगड़े, दूर होकर घर में शांति का महौल छा जाता है।

  || जय भोलेनाथ ||