मंगल भवन अमंगल हारी || Mangal Bhavan Amangal Haari Lyrics
Mangal Bhavan Amangal Haari Lyrics || मंगल भवन अमंगल हारी || मंगल भवन अमंगल हारी द्रबहु सुदसरथ अचर बिहारी राम सिया राम सिया राम जय जय राम हो, होइहै वही जो राम रचि राखा को करे तरफ़ बढ़ाए साखा हो, धीरज धरम मित्र अरु नारी आपद काल परखिये चारी हो, जेहिके जेहि पर सत्य सनेहू … Read more