हर देवी देवताओं के अलग अलग गायत्री मंत्र होता है उसी प्रकार भगवान हनुमान जी के ये गायत्री मंत्र है। गायत्री मंत्र के बारे में कहा जाता है (गायत्री मंत्र देवताओं के प्राण है) गायत्री मंत्र को बीज कहा जाता है बिना बीज के पौधा उत्पन्न करना संभव नही है उसी प्रकार बिना गायत्री बीज मंत्र के मंत्र सक्तिहीन होता है ।
हनुमान गायत्री मंत्र :
ऊँ आञ्जनेयाय विद्महे,
वायुपुत्राय धीमहि।
तन्नो हनुमत् प्रचोदयात् ।।
गायत्री बीज मंत्र जपने के लाभ:
स्वास्थ निरोग रहेगा।
कोई कष्ट संकट नही आता।
शनि के पीड़ा से मुक्ति।
भूत प्रेत बाधा से छुटकारा।
हनुमान जी के कृपा।
गरीबी भी मिटती है।
साहस बढ़ता है।
पहलवानी पर विजय प्राप्त।
शत्रु का नाश होता है।
काम क्रोध मद लोभ पर विजय।
स्वंपन्न में प्रभु राम और हनुमान जी के दर्शन।
भूत भविष्य जानने की धीरे धीरे सकती आ जाता है।
हनुमान गायत्री मंत्र को सुनने से शरीर में बल बढ़ता है, एवम नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा मिलता है। इस मंत्र की MP3 को चलाकर कही भी चले जाइए हमेशा सुरक्षित रहोगे।