आदित्य हृदय स्तोत्र पढ़ने के फायदे
नमस्कार दोस्तों आदित्य हृदय स्तोत्र पढ़ने के अनेकों फायदे हैं। आदित्य हृदयम स्तोत्रम पढ़ने से हमारे जीवन सुखमय होता है। भगवान सूर्यनारायण साक्षात शरीर रूपी देवता है। भगवान सूर्यनारायण को कलयुग का प्रत्यक्ष देवता माना जाता है।
दोस्तों निस्वार्थ भाव से भगवान सूर्य देव। जगत को प्रकाशित करता है। भगवान सूर्यनारायण हर युग में प्रत्यक्ष देवता रही हैं। और रहेंगे। दोस्तों ऐसा माना जाता है। भगवान सूर्य देव की पूजा पाठ करने से और देवी देवता की अपेक्षा वह जल्दी प्रसन्न होते हैं और इसका सबसे बड़ा कारण है कि भगवान सूर्य देव हमें प्रत्यक्षा देखते हैं। हमारे भक्ति को हमारे पूजा-पाठ को और हमारे दैनिक भैया को प्रतिदिन भगवान सूर्यनारायण अपनी आंखों से देखते हैं। दोस्तों भगवान सूर्यनारायण की थोड़ी सी पूजा पाठ कर। ऐसे हमें।
हमारे मनोवांछित कार्य में सिद्धि मिल जाती हैं। भगवान सूर्यनारायण बहुत ही जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता है।भगवान सूर्यनारायण को नारायण भी माना जाता है। क्योंकि दोस्तों नारायण की संख्या उन्हें दी जाती हैं जो जगत को निस्वार्थ भाव से संचालित करते हैं जैसे। भगवान नारायण भगवान नारायण संपूर्ण संसार को। पुत्र की भांति पालन पोषण करते हैं। उसी प्रकार! नाग देवता को भी। शेष नारायण कहा जाता है। ये भी संसार को अपने सिर पर टीका कर रखा है।
दोस्तों आइए जानते हैं विस्तार से आदित्य हृदयम स्तोत्रम पढ़ने के फायदे ।
1. आदित्य हृदय स्तोत्र पढ़ने से मनुष्य के अंदर।
सूर्य रूपी ऊर्जा का संचार होता है। सूर्य रूपी उड़ जा हम उसे बोल सकते हैं जिससे मनुष्य का विकास होता है। जिस प्रकार भगवान सूर्यनारायण अंधकार को दूर कर प्रकाश फैलाता है, उसी प्रकार आदित्य हृदयम स्तोत्र के पाठ करने से हमारे जीवन के सभी प्रकार के अंधकार दूर हो जाते हैं। जीवन के सभी प्रकार के अंधकार का मतलब है। अभी के जीवन से परेशानी कष्ट, कलह, क्लेश और धन संबंधी समस्या यह सारे विकार को अंधकार कहा जाता है।
2. आदित्य हृदय स्तोत्र के पाठ करने से मनुष्य के। कुंडली में सूर्य बलवान होते हैं। और जिनके कुंडली में सूर्य बलवान होते हैं, ऐसे व्यक्ति जल्दी प्रगति को प्राप्त करता है। दोस्तों पूर्व बलवान होने कारण ऐसे व्यक्ति राजनीतिक क्षेत्र में बहुत ही जल्दी मुकाम हासिल कर लेता है। आदित्य हृदयम इस पुत्र के पाठ से मनुष्य राजा जैसा जीवन जीते हैं। उनके जीवन से सभी प्रकार के दुख तकलीफ दूर हो जाते हैं एवं ऐसे व्यक्ति अपना धनी के मालिक बन जाते हैं।
3. आदित्य हृदय स्तोत्र के पाठ से मनुष्य के घर में भूत प्रेत टोना, जादू, नकारात्मक शक्ति, बल्ला, बल्ला इत्यादि चले जाते हैं। दोस्तों ऐसा माना जाता है। आदित्य हृदय स्तोत्र के पाठ से व्यक्ति की गरीबी बहुत ही जल्दी मिटने लगती है। ऐसा भी माना जाता है। आदित्य हृदय स्तोत्र पढ़ने से मनुष्य को अकाल मृत्यु नहीं आती और यह भी माना जाता है कि आदित्य हृदय स्तोत्र के पाठ करने से शनि की साढ़ेसाती और शनि के चल रहे दशा दूर हो जाती हैं।
4. आदित्य हृदय स्तोत्र के पाठ करने से।
पुत्र और पिता के बीच में। चल रही अनबन दूर होती हैं और पुत्र और पिता की रिश्ते में मधुरता आती हैं। दोस्तों ऐसा भी माना जाता है। आदित्य हृदय स्तोत्र के पाठ करने से घर में आपसी प्रेम बढ़ते हैं। घर में जो आपसी लड़ाई झगड़े हैं, वह दूर हो जाते हैं और दोस्तों आदित्य हृदय स्तोत्र के पाठ करने से मनुष्य के अंदर में ऊर्जा का संचार होते हैं। इसलिए पराए भी अपने होने लगते हैं।
5. आदित्य हृदय स्तोत्र के पाठ करने से। मनुष्य के अंदर रक्त संबंधी बीमारियां दूर होती हैं तथा पी लिया और अनेक प्रकार के रोग भी दूर होते हैं। दोस्तों भगवान सूर्यनारायण साक्षात जगत का प्रमाणित देवता है। इसलिए भगवान सूर्यनारायण जल्दी प्रसन्न हो कर के अपने भक्तों को आशीर्वाद और मुंह मांगा वरदान भी देते हैं। भगवान सूर्यनारायण को सच्चे दिल से अगर एक लोटा जल में थोड़ा सा हल्दी का पाउडर मिलाकर अर्घ्य दिया जाए। तो भगवान जल्दी प्रसन्न होते हैं।
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